फ़िल्म/एल्बम: आख़िर क्यूँ? (1985)
संगीत : महेश रोशन
गीत: इंदिरा
गायक: लता मंगेशकर, अमित कुमार
Dushman Na Kare Dost Ne Wo Kaam Kiya Hai Lyrics in Hindi
दुश्मन ना करे दोस्त ने
वो काम किया है
दुश्मन ना करे दोस्त ने
वो काम किया है
उम्र भर का गम
हमे ईनाम दिया है
दुश्मन ना करे दोस्त ने
वो काम किया है
उम्र भर का गम
हमे ईनाम दिया है..
तूफाँ में हमको छोड़ के
साहिल पे आ गये
तूफाँ में हमको छोड़ के
साहिल पे आ गये
साहिल पे आ गये
ना खुदा का ना खुदा का
हमने जिन्हें नाम दिया है
उम्र भर का गम
हमें ईनाम दिया है
दुश्मन ना करे..
पहले तो होश छीन लिये
जुल्मों सितम से
पहले तो होश छीन लिये
जुल्मों सितम से
जुल्मों सितम से
दीवानगी का, दीवानगी का
फिर हमें इल्ज़ाम दिया है
उम्र भर का गम
हमे ईनाम दिया है
दुश्मन ना करे..
अपने ही गिराते हैं
नशेमन पे बिजलियाँ
अपने ही गिराते हैं
नशेमन पे बिजलियाँ
नशेमन पे बिजलियाँ
गैरों ने आके गैरों ने आके
फिर भी उसे थाम लिया है
उम्र भर का गम
हमे ईनाम दिया है
दुश्मन ना करे..
बन के रकीब बैठे हैं
वो जो हबीब थे
बन के रकीब बैठे हैं
वो जो हबीब थे
वो जो हबीब थे
यारों ने खूब, यारों ने खूब
फर्ज को अंजाम दिया है
उम्र भर का गम
हमें ईनाम दिया है
दुश्मन ना करे दोस्त ने
वो काम किया है
उम्र भर का गम
हमें ईनाम दिया है..
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